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Gold के दाम क्यों बढ़ रहे हैं? आने वाले समय में क्या घटेंगे और क्या सोने में निवेश सही रहेगा ?

 

sahajjob.in

Gold के दाम इतने ज़्यादा क्यों बढ़ रहे हैं 

पिछले कुछ वर्षों में सोने (Gold) के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं, और इसके पीछे कई बड़े आर्थिक व वैश्विक कारण हैं। सबसे पहले, सोना हमेशा से “सेफ हेवन” यानी सुरक्षित निवेश माना जाता है। जब भी दुनिया में आर्थिक अस्थिरता, युद्ध, या मंदी का डर बढ़ता है, लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए सोने में निवेश करते हैं। हाल के समय में रूस-यूक्रेन युद्ध, इज़राइल-पैलेस्टाइन संघर्ष, और वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता ने निवेशकों को डराया है। नतीजतन, मांग बढ़ी और दाम भी बढ़ गए।


दूसरा कारण है "रुपये की गिरावट" जब भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो भारत में सोना महंगा हो जाता है क्योंकि सोने की खरीदारी अंतरराष्ट्रीय बाजार से डॉलर में होती है।


तीसरा कारण है "महंगाई (Inflation)" जब महंगाई बढ़ती है तो पैसे की कीमत घटती है, और लोग ऐसे साधनों की ओर भागते हैं जो महंगाई से बचाव करें — सोना उनमें सबसे प्रमुख है।


इसके अलावा "केंद्रीय बैंकों की खरीदारी" भी एक अहम कारण है। चीन, तुर्की, और भारत जैसे देशों के केंद्रीय बैंक लगातार अपनी गोल्ड रिज़र्व बढ़ा रहे हैं, ताकि भविष्य की आर्थिक चुनौतियों से निपटा जा सके। इससे बाजार में सोने की मांग और दाम दोनों बढ़े हैं।


आखिरी कारण है "आभूषणों की सांस्कृतिक मांग" भारत जैसे देशों में त्यौहारों और शादियों के मौसम में सोने की भारी खरीद होती है, जिससे घरेलू बाजार में दाम और चढ़ जाते हैं।


कुल मिलाकर, भू-राजनीतिक तनाव, मुद्रा की कमजोरी, महंगाई और निवेशकों की बढ़ती रुचि — ये सभी मिलकर सोने के दाम को ऊंचाई पर ले जा रहे हैं।


क्या Gold में निवेश करना सही होगा ?


हाँ, वर्तमान समय में सोने में निवेश करना एक समझदारी भरा कदम माना जा सकता है। सोना हमेशा से एक “सेफ असेट” माना गया है — यानी ऐसा निवेश जो आर्थिक मंदी या बाजार में गिरावट के समय भी अपना मूल्य बनाए रखता है।


अगर आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो गोल्ड आपको स्थिर रिटर्न और सुरक्षा दोनों दे सकता है। आप इसमें फिजिकल गोल्ड (जैसे गहने या सिक्के), डिजिटल गोल्ड, गोल्ड ETF, या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स के रूप में निवेश कर सकते हैं।


हालाँकि, पूरे पैसे को सोने में लगाना सही नहीं है। अपने निवेश पोर्टफोलियो का 10-20% हिस्सा गोल्ड में रखना सबसे उचित रहता है। इससे जोखिम भी कम होता है और आर्थिक संकट के समय सुरक्षा भी मिलती है।


संक्षेप में, सोना भले ही धीमी रफ्तार से बढ़ता है, लेकिन यह लंबे समय में हमेशा फायदे में ही रहता है। 


क्या आने वाले समय में Gold के दाम कम होंगे ?


आने वाले समय में सोने के दामों में थोड़ी स्थिरता या हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है, लेकिन बड़े स्तर पर भारी कमी की संभावना बहुत कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि जो कारण आज सोने को ऊंचाई पर ले जा रहे हैं — जैसे आर्थिक अस्थिरता, डॉलर की मजबूती, और महंगाई — ये तुरंत खत्म नहीं होने वाले हैं।


अगर आने वाले महीनों में अमेरिका और यूरोप की अर्थव्यवस्था संभलती है, ब्याज दरें घटाई जाती हैं, और महंगाई नियंत्रण में आती है, तो निवेशक शेयर बाजार की ओर लौट सकते हैं। इससे सोने की मांग थोड़ी घटेगी और कीमतों में हल्की गिरावट संभव है।


लेकिन भारत में दीवाली, धनतेरस और शादी के मौसम के चलते मांग बनी रहेगी। साथ ही चीन और अन्य देशों की केंद्रीय बैंकों द्वारा की जा रही गोल्ड खरीद भी दामों को नीचे नहीं आने देगी।


सारांश में कहा जाए तो, सोने के दाम में तेज़ गिरावट की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। थोड़ी बहुत उतार-चढ़ाव जरूर हो सकती है, परंतु दीर्घकाल में सोना फिर भी स्थिर और सुरक्षित निवेश बना रहेगा।

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